पीओके मेंपाक-चीन का गंदा खेल इस तकनीक का इस्तमाल े जाससी ूके लिए कररहा है.

पाकिस्तान तकनीक का इस्तमाल े कर कश्मीर मेंआतंकी गतिविधियों को अजाम ं देरहा है. भारत नेऐसी
गतिविधियों को रोकनेके लिए सख्त उपाय लागूकिए हैं। पाकिस्तान अपनेआतंकी संगठनों और चीन
की मदद सेउन्नत तकनीक के जरिए भारत मेंआतंकी गतिविधियांसंचालित करनेमेंजटा ु हुआ है।

पाकिस्तान तकनीक का इस्तमाल े कर कश्मीर मेंआतंकी गतिविधियों को अजाम ं देरहा है. भारत नेऐसी
गतिविधियों को रोकनेके लिए सख्त उपाय लागूकिए हैं। पाकिस्तान अपनेआतंकी संगठनों और चीन
की मदद सेउन्नत तकनीक के जरिए भारत मेंआतंकी गतिविधियांसंचालित करनेमेंजटा ु हुआ है।

इन टेक्नोलॉजी को किया जा रहा हैइस्तमाल े म

पाकिस्तान आतंक फैलानेके लिए कश्मीर मेंघसपु ठै की कोशिश कर रहा है. इसी परिस्थिति को देखते
हुए पाकिस्तान POK और LOC मेंटेलिकॉम नेटवर्क स्थापित कर रहा है। दरसंचार ू सिग्नल को बढ़ानेके
लिए, पाकिस्तान की खफिु या एजेंसी, आईएसआई के साथ मिलकर एक विशषे संचार संगठन (एससीओ)
की स्थापना की गई है।

इस्तमाल े किया जा रहा हैगैरजरुरी ट्रांसमिशन का

इस प्रोजेक्ट मेंसरुक्षा कारणों सेअतररा ं ष्ट्रीय सीमा के पास टेलीकॉम टावर लगाए जा रहेहैं. रेडियो संचार
ब्यरो ू (बीआर) नेसभी स्टेशनों को अनावश्यक, गैर-जरूरी, गलत या भ्रामक सिग्नल ट्रांसमिशन करनेया
अज्ञात सिग्नल प्रसारित करनेसेप्रतिबंधित कर दिया है।

मदद की सरु क्षा एजेंसियों न

नए दरसंचार ू टावर सीडीएमए तकनीक का उपयोग कर रहेहैं, जिसमेंपाकिस्तान स्थित एन्क्रिप्शन
वाईएसएमएस संदेशों का उपयोग एक चीनी फर्म द्वारा किया जा रहा है। यह तकनीक आतंकवादियों को
जम्म-ूकश्मीर क्षेत्र मेंप्रवेश करनेसेरोकनेमेंमदद कर रही है। सरुक्षा एजेंसियों ने2019 और 2020 में
एन्क्रिप्शन को क्रैक करके पाकिस्तान की योजना को खोजा और विफल कर दिया।

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